मुम्बई । भारतीय क्रिकेट टीम के अगले कप्तान के लिए जसप्रीत बुमराह का नाम एक प्रकार से तय है। बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के पहले टेस्ट में भी कप्तानी की थी। बुमराह की राह में सबसे बड़ी बाधा उनकी फिटनेस हैं जिसके कारण उन्हें कप्तानी में समस्या आ सकती है। ऑस्ट्रेलिया दौरे में भी अंतिम टेस्ट में उन्हें कप्तानी मिली थी पर पीठ में एंठन के कारण उन्हें बाहर बैठना पड़ा था। इस साल जून में टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड दौरे में भी बुमराह ही कप्तानी करते दिख सकते हैं पर जिस प्रकार से उनकी फिटनेस को लेकर संश बना रहता है। चयनकर्ता उपकप्तानी के लिए दो योग्य दावेदारों की तलाश कर रही है जो जरुरत पड़ने पर कप्तानी भी संभाल सकें। अभी उपकप्तानी के लिए दो नाम सामने आ रहे हैं। इसमें से एक विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत और दूसरा युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल का नाम शामिल है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की रविवार को हुई आम बैठम में भी रोहित शर्मा की जगह कप्तानी के सबसे बड़े दावेदार के तौर पर जसप्रीत बुमराह उभरे हैं। बुमराह ने अब तक तीन टेस्ट मैचों में कप्तानी की है। इनमें से उन्हें एक मैच में जीत मिली है और दो मैच हारे हैं। ऐसे में सभी के सामने सवाल है कि तेज गेंदबाजी के बोझ और कप्तानी के भार को वे एकसाथ कैसे संभालेंगे। इसी वजह से चयनकर्ता अपना प्लान बी भी तैयार रख रहे हैं और युवाओं को उपकप्तानी सौंपने पर विचार कर रहे हैं।
पूर्व चयनकर्ता देवांग गांधी ने कहा, बुमराह ने 45 टेस्ट खेले हैं और ऋषभ ने 43 टेस्ट। ऋषभ अभी 27 साल के हैं और जब वह केवल 23 साल के थे, तब उन्होंने गाबा में भारत को उसके सबसे बेहतरीन टेस्ट मैचों में से एक में अकेले दम पर जीत दिलाई थी। वह मैच विजेता हैं, उन्हें उप-कप्तान होना चाहिए। वहीं पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने कहा कि गेंदबाजी के बोझ को देखते हुए बुमराह टेस्ट कप्तान के रूप में लंबे समय तक जिम्मेदारी नहीं संभाल सकते। ऐसे में किसी विकल्प का होना जरुरी है जो उनकी जगह ले सके।