महाकाल मंदिर क्षेत्र में अब मोबाइल प्रतिबंधित, श्रद्धालु नहीं बना सकेंगे रील

उज्जैन: देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल मंदिर क्षेत्र में अब दर्शनार्थी रील बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल नहीं कर सकेंगे। मंदिर प्रशासन ने फिल्मी गानों पर बनने वाली रील पर नियंत्रण के लिए कार्ययोजना तैयार की है, जिसे गुरुवार को कलेक्टर और मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। कलेक्टर की अनुमति के बाद मंदिर परिसर में मोबाइल पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।

फिल्मी गानों पर डांस कर रील बनाना

महाकाल मंदिर में दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थी खासकर युवा मंदिर परिसर में फिल्मी गानों पर डांस कर रील बना रहे हैं और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं। इसे लेकर मंदिर के पुजारियों में नाराजगी भी बढ़ रही है। मंदिर में मोबाइल फोन ले जाना प्रतिबंधित है, लेकिन फिर भी कई दर्शनार्थी मोबाइल फोन लेकर प्रवेश करते हैं। इतना ही नहीं कई युवा फिल्मी गानों पर डांस कर रील बनाने लगे हैं। हाल ही में एक युवती की रील सुर्खियों में आई है। महाकाल महालोक में भगवान शिव की प्रतिमा के सामने फिल्मी गाने 'ये दिल तो प्यार मांगे है' पर नृत्य कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

महालोक में भी बनने लगी रीलें

मंदिर परिसर के बाद अब महालोक परिसर में भी युवाओं ने रीलें बनानी शुरू कर दी हैं। मंदिर प्रशासन ने परिसर में मोबाइल पर प्रतिबंध नहीं लगाया है, जिससे दर्शनार्थी महाकाल मंदिर के दर्शन को अपने मोबाइल में सेव कर सकें। परिसर में सेल्फी लेने के प्रति युवाओं में खासा आकर्षण है।

ये बड़े मामले सामने आ चुके हैं

एक साल पहले मनीषा रोशन नाम की महिला ने फिल्मी गाने 'रग रग में इस तरह तू सामने लगा' पर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर दिया था। इस पर उसके खिलाफ केस दर्ज हुआ था। दिसंबर 2022 में मंदिर सुरक्षाकर्मी वर्षा नवरंग और पूनम सेन ने विश्रामधाम परिसर में फिल्मी गानों पर वीडियो बनाया था। दोनों को बर्खास्त कर दिया गया था। सितंबर 2018 में मुंबई की एक मॉडल ने भी वीडियो बनाकर वायरल किया था। मॉडल ने पूजा के साथ अपने डांस का वीडियो भी बनाया। इसका विरोध होने पर मॉडल ने इंस्टाग्राम से वीडियो हटा लिया।

महाकाल लोक को 7 बीट में बांटा, पुलिस थाना भी खुलेगा

भगवान महाकाल के दर्शन के लिए देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था में भी बदलाव किया जा रहा है। सुरक्षा ओएसडी जयंत राठौर ने बताया कि पुलिस विभाग, सुरक्षा एजेंसी, होमगार्ड के अधिकारी चर्चा कर रहे हैं। आगे चलकर महाकाल महा-लोक थाना भी प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री इसकी घोषणा कर चुके हैं। नए थाने में सामान्य थाने की तरह बीट व्यवस्था लागू होगी। अलग-अलग बीट प्रभारी जिम्मेदार होंगे। बीट में अधिकारी, सुरक्षाकर्मी और मंदिर कर्मचारी श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करेंगे। फिलहाल महाकाल महालोक में सात बीट तय की गई हैं।

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