शादी-पार्टियों में चल रहा जनसंपर्क, दावेदारी मजबूत करने में जुटे प्रत्याशी

रायपुर: आचार संहिता लगने के बाद दावेदारों की सक्रियता बढ़ गई है। वे दिनभर अपने क्षेत्रों में लोगों से मिलने लगे हैं। वहीं, शादी-पार्टियों में भी देर रात तक जनसंपर्क किया जा रहा है। हालांकि, टिकट मिलेगा या नहीं, यह संशय का विषय है। लेकिन, सभी दावेदार अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। खासकर जिन कार्यक्रमों में बड़े नेता जा रहे हैं। वार्डों के दावेदार भी उन जगहों पर पहुंचने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। दरअसल, शीर्ष नेतृत्व ने प्रत्येक वार्ड से अधिकतम तीन नाम मांगे हैं। ऐसे में किसके नाम पर मुहर लगेगी, यह शीर्ष नेतृत्व के अधीन है। मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक पार्टी से आठ से 10 प्रत्याशियों ने अपनी दावेदारी पेश की है। एक-दो दिन का है मौका नगर निगम के 70 वार्डों के प्रत्याशियों के लिए एक-दो दिन का मौका बचा है।

दरअसल, जिस तरह से जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार 25 तारीख से पहले सभी वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे। ऐसे में दावेदार शहर के बड़े नेताओं और जिला अध्यक्षों तक पहुंचकर अपनी दावेदारी मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस बार नगर निगम में कांग्रेस की सरकार थी, जिसके चलते कांग्रेस पार्टी में टिकट देने से पहले प्रत्याशियों के प्रति लोगों की राय भी देखी जा रही है। वहीं, भाजपा में ज्यादातर पुराने चेहरे ही देखने को मिल रहे हैं।

शॉर्ट वीडियो के जरिए दिखाई तस्वीर

दावेदार प्रत्याशी अपने काम के शॉर्ट वीडियो बनाकर अपने क्षेत्रों में प्रसारित कर रहे हैं। साथ ही वार्ड के लोगों से फीडबैक भी लिया जा रहा है कि उन्हें उनका काम कैसा लगा। देखने में आया है कि कई दावेदार प्रत्याशियों के काम की वार्डवासी सराहना कर रहे हैं। वहीं, कुछ जगहों के लोग पांच साल में अपने पार्षद को पहचान ही नहीं पाए हैं। लेकिन, दूसरे प्रत्याशियों के लिए उनका किला भेदना मुश्किल है। दरअसल, पिछले पांच साल में उन्होंने उन्हीं के लिए काम किया है, जिनके वोट से वे जीत कर दोबारा सत्ता में आ सकें। खैर, परिणाम तो मुख्य होगा ही, ताज किसको मिलता है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

छोटे इलाकों में वॉट्सऐप ग्रुप को बनाया माध्यम

शहर के छोटे वार्डों के प्रत्याशी वॉट्सऐप ग्रुप और बैनर-पोस्टर को अपने प्रचार का मुख्य माध्यम बना रहे हैं। इन दावेदारों की मानें तो वे लगातार सभी से मिलते रहते हैं। लोगों को हर रोज नोटिफिकेशन के तौर पर मैसेज किया जा रहा है, ताकि उनके दिमाग में याद बनी रहे।

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